Dhatu Rog ka Ilaj

आज के समय में धातु रोग हमारे समाज में एक बढ़ती हुई एक समस्या है । गलत संगत में पड़ने के कारण लोग अपने वीर्य को बर्बाद कर देते है जिससे धातु रोग होने का खतरा हो जाता है । सौभाग्य की बात यह है कि वर्तमान समय में  Dhatu Rog Ka Ilaj – धातु रोग का इलाज संभव है । आप घर बैठकर भी Dhatu Rog Ka Ilaj – धातु रोग का इलाज देसी जड़ी – बूटियों के माध्यम से कर सकते हैं  । आज के इस लेख में आप जानेंगे कि धातु रोग क्या है? इसके लक्षण, कारण और घरेलू उपाय कौन से है ?, जिन्हें आप अपनी जीवनशैली में अपनाकर Dhatu Rog Ka Ilaj – धातु रोग का इलाज सकते हैं ।

Dhatu rog ka Ilaj-धातु रोग का इलाज
Dhatu rog ka Ilaj-धातु रोग का इलाज

Dhatu Rog Ka Ilaj – धातु रोग का इलाज 

धातु रोग क्या है ?(what is dhatu rog?)

यह बीमारी एक प्रकार की यौन समस्या है । यह समस्या अधिकांशतः युवाओं में अधिक होती है । अपनी इच्छा के विरुद्ध वीर्य निकलना पुरुषों में एक यौन समस्या होती है । संभोग या यौन उत्तेजना के बिना ही किसी पुरुष में वीर्यपात होने की स्थिति को धातु रोग कहा जाता है परंतु यह धारणा गलत है । इस बीमारी  में कई बार मूत्र के साथ व कई बार मूत्र त्याग से पहले वीर्य निकलता है । इसे धातु रोग कहा जाता है ।  समय रहते Dhatu rog ka ilaj – धातु रोग का इलाज करना बहुत आवश्यक होता है अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने पड़  सकते हैं ।

कभी-कभी इस रोग में मूत्र त्याग के बाद भी वीर्य निकलता है । जिन लोगों  का पेट अक्सर खराब रहता है, उनके मल त्याग के समय भी मूत्र मार्ग से वीर्य निकलता रहता है  या चिपचिपा पदार्थ निकलता है । ज्यादातर लोग इस बीमारी  के बारे में किसी से बात करने में शर्माते और और वें अपनी इस बीमारी को छिपाते  रहते हैं, यह बात ठीक नहीं होती है ।

धातु रोग के लक्षण :-

यह एक आम बीमारी है । इस बीमारी के कई प्रकार के लक्षण होते हैं। धातु रोग में साधारण तौर पर अवसाद सुस्त आँखे, कमर के निचले भाग में दर्द, थकान, अंडकोष वाले हिस्से में दर्द और चक्कर आना पसीना आना हथेलियां गर्म व ठंडी होना ऐसे बहुत से लक्षण पाये जाते हैं । इन लक्षणों के अतिरिक्त भी धातु रोग के कुछ लक्षण होते है जिनमे से कुछ निम्नलिखित है :-

  • पुरुष के वीर्य का गाढ़ा न होना ।
  • शरीर में कमजोरी आती है और शरीर थकान  का अनुभव करता है ।
  • मनुष्य का चिड़चिड़ाहोना और हर समय तनाव में रहना ।
  • हाथ – पैर का काँपना ।
  • चक्कर आना और पिंडलियों में दर्द होना ।
  • लिंग के मुख से लार टपकना ।
  • मन व्याकुल रहना ।
  • शरीर में चुस्ती – फुर्ती की कमी का आभास होना ।
  • आत्मविश्वास की कमी होना ।
  • बात करने से घबराना ।
  • मन के अंदर अश्लील विचारों का आते रहना ।

धातु रोग के कारण क्या है (Dhatu rog ke karan) :-

यदि आप  Dhatu rog ka Ilaj करने की सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले रोग के होने का कारण पता होना चाहिए । यह प्रमुख रूप से पुरुष प्रजनन प्रणाली से संबंधित बीमारी है ।  धातु रोग होने के कई  कारण होते हैं जिनमें से कुछ कारण निम्नलिखित हैं :-

  • किसी लंबी बीमारी के चलते अधिक दवाओं के सेवन करने के कारण से भी यह रोग हो सकता है ।
  • मन में अधिक कामुक और अश्लील विचार रखने के कारण ।
  • गलत आदत जैसे शराब, किसी नशे या अधिक नशीली दवाओं के सेवन के कारण ।
  • गुप्तांगों की नसों में कमजोरी आने के कारण ।
  • अपने वीर्य को व्यर्थ में निकालना या नष्ट करना, हस्तमैथुन करना ।
  • शरीर में पोषक तत्वों व विटामिंस की कमी के कारण ।
  • पाचन तंत्र या शारीरिक की कमजोरी के कारण ।
  • मलाशय से संबंधित विकार जैसे बवासीर एनल फिशर त्वचा रोग आदि के कारण ।

 

Dhatu rog ka ilaj धातु रोग का इलाज :-

1. तुलसी के बीजों से Dhatu Rog ka Ilaj – धातु रोग का इलाज :-

पुरुषों में जब किसी प्रकार की यौन संबंधी समस्या होती है तो तुलसी के बीजों का प्रयोग यौन रोग और शारीरिक कमजोरी होने पर बहुतायत से किया जाता है । तुलसी के बीज का प्रयोग Dhatu rog ka ilaj, यौन दुर्बलता, स्वपनदोष, नपुंसकता और शुक्राणु संबंधी समस्याओं में भी किया जाता  है । तुलसी के बीजों को बारीक पीसकर तथा इनमें बराबर मात्रा में पिसी हुई मिश्री मिलाकर सुबह नाश्ता करने के बाद एक चम्मच इसके चूर्ण को लगातार एक माह तक प्रयोग  करने से Dhatu rog ka ilaj धातु रोग का इलाज सफलतापूर्वक किया जा सकता है ।

पुरुष अपने वीर्य को गाढ़ा करने और धातु के रोग का इलाज करने के लिए एक से दो ग्राम तुलसी के बीज रात में पानी में भिगोकर रखे सुबह खाली पेट इन बीजों को चबाकर खाए , यह उनके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा  इसके साथ – साथ पतासे में दो बूंद बड़ का दूध डालकर इसे नियमित खाने से धातु स्राव बंद होकर वीर्य गाढ़ा हो जाता है । इस प्रकार आप किसी भी प्रकार के Dhatu rog ka ilaj घर बैठे ही कर सकते हैं ।

तुलसी के बीज
तुलसी के बीज
2. शतावर से Dhatu rog ka Ilaj-धातु रोग का इलाज :-

देसी जड़ी बूटियों में अनेक कारगर औषधियाँ होती है । इसमें शतावर भी एक प्रमुख औषधि है । शतावर में प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट और ग्लूटाथिओन नामक तत्व पाया जाता है । ये तत्व मनुष्य की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोकने में सहायक होते हैं । इससे पुरुषों को यौन रोगों से राहत मिलती है और शारीरिक क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलती है । इसके लगातार प्रयोग  से पुरुषों में धातु रोग और स्वपनदोष की समस्या से छुटकारा मिल जाता है ।

गोखरू और शतावरी चूर्ण दोनों को समान मात्रा में मिलाकर रख ले । इस चूर्ण को रोजाना एक चम्मच  की मात्रा में लगातार प्रयोग करने से मूत्राशय संबंधी विकारों को दूर करने के साथ-साथ धातु रोगों में भी राहत मिलती है । इसके अलावा Dhatu rog ka ilaj – धातु रोग के  इलाज के लिए के लिए आप  रात को सोने से पहले शतावरी की जड़ का पाउडर और मिश्री के मिश्रण की एक चम्मच की मात्रा गुनगुने दूध के साथ सेवन करें । लगातार एम माह तक प्रयोग करने आपको अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे ।

शतावर से धातु रोग का इलाज
शतावर से धातु रोग का इलाज

 

3.अश्वगन्धा के फायदे :-

अश्वगंधा को पुरुषों के बहुत से रोगों को ठीक करने के लिए उपयोगी माना जाता है। आयुर्वेद के जानने वाले शीघ्रपतन, स्वपनदोष, नपुंसकता, धातु रोग आदि बीमारियों में इसका इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं । रात को सोते समय नियमित रूप से एक चम्मच अश्वगंधा का पाउडर  दूध के साथ नियमित सेवन करने से धातु रोग में लाभ मिलता है और शरीर भी मजबूत होता है ।

अश्वगंधा से करें धातु रोग का इलाज
अश्वगंधा से करें धातु रोग का इलाज
4. उड़द की दाल के फायदे :-

किसी बीमारी या तनाव के कारण उत्पन्न हुई सेक्स संबंधी समस्याओं में उड़द की दाल का प्रयोग करना लाभदायक होता है । उड़द दाल का सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है तथा कब्ज की समस्या में राहत मिलती है । इसके साथ ही यह हानिकारक विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है। उड़द की दाल में जो पोशाक तत्व पाया जाता है उससे वीर्य गाढ़ा होता है तथा इसके प्रयोग से  Dhatu rog ka ilaj में बहुत मदद मिलती है ।

देसी घी में उड़द की दाल को भूनकर इसमें मिश्री और थोड़ा सा शहद मिलाकर इसका नियमित सेवन करने से धातु रोग में बहुत फायदा मिलता है । आप इसके इसके लड्डू बनाकर भी सेवन कर सकते हैं जिन्हें  धातु रोग के इलाज में प्रयोग किया जा सकता है ।

उड़द की दाल से करें धातु रोग का इलाज
उड़द की दाल से करें धातु रोग का इलाज

5. जामुन की गुठली से Dhatu rog ka ilaj  धातु रोग का इलाज :-

जिन लोगों को धातु रोग है तथा जिनका वीर्य बहुत पतला हो गया है जिसके कारण वह जरा सी भी उत्तेजना से  बाहर निकल जाता है, उन लोगों के लिए जामुन की गुठली  बहुत ही लाभदायक है ।  Dhatu rog ka ilaj के लिए जामुन की गुठली के चूर्ण को सेवन करने से छुटकारा मिल सकता है । यह एक बहुत ही उत्तम औषधि होती है । जामुन की गुठली के  चूर्ण को शीघ्रपतन और वीर्य के पतलेपन को दूर करके स्तंभन बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है । धातु रोग से बचने या छुटकारा पाने के लिए जामुन की गुठलियों को छाया में सुखाकर इसका चूर्ण बना लें और इस एक चम्मच चूर्ण को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर रात को सोने से एक घंटा पहले नियमित सेवन करें इससे यौन संबंधी अनेक रोगों में बहुत मदद मिलती है ।

जामुन की गुठली से करे धातु रोग का इलाज
जामुन की गुठली से करे धातु रोग का इलाज

 

6. आँवला के फायदे :- 

इसके अंदर विटामिन सी तथा अन्य रसायन का गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं । इसके अंदर संतरे की तुलना में 8 गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है । आँवले के प्रयोग से नसों की कमजोरी दूर होती है । आंवला शरीर के त्रिदोष (पित्त, वात और कफ दोष) को संतुलित करने में मदद करता है। सुबह खाली पेट आंवले के रस का नियमित सेवन करने से धातु रोगों से राहत मिलती है । आंवले के चूर्ण में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर सेवन करने से वीर्य गाढ़ा होता है तथा शीघ्रपतन और धातु रोगों मे लाभ मिलता है ।

धातु रोग में लाभकारी है आँवला
धातु रोग में लाभकारी है आँवला

Dhatu rog ka ilaj के लिए जीवनशैली में बदलाव

धातु रोग की समस्या से छुटकारा पाने यानि Dhatu rog ke Ilaj के दौरान संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करना बहुत आवश्यक होता है । धातु रोग और अन्य यौन समस्याओं का प्रभावी इलाज करने में पोषक तत्व और खनिज पदार्थ बहुत मददगार साबित होते हैं । इसलिए इस दौरान आपको फल, सब्जियाँ, नट्स, दही, दूध और पौष्टिक आहार का प्रयोग करना चाहिए ।

  • इस दौरान आपको अल्कोहल, धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए ये सब शरीर की नसों को कमजोर करते हैं । नसों कमजोर होने पर धातु रोग जैसी बीमारियां उत्पन्न होती है ।
  • तली हुई चीजें, फास्ट फूड, जंक फूड, तेज मिर्च मसालेदार, आदि का सेवन नहीं करना चाहिए । हमेशा घर का बना पौष्टिक भोजन करना लाभदायक होता है ।
  • हमे संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए । स्वस्थ रहने तथा निरोगी रहने के लिए प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और फेट आदि जरूरी पोषक तत्वों युक्त भोजन का नियमित सेवन करें ।
  • रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठने की आदत को अपनी दिनचर्या का भाग बनाएं ।
  • भरपूर मात्रा में पानी पिये, फल व फलों के जूस का प्रयोग करें इनसे शरीर में गर्मी कम होती है जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती ।

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Shighrapatan ka Ilaj – शीघ्रपतन का इलाज

निष्कर्ष (Conclusion) :-

इस आर्टिकल में हमने जाना धातु रोग क्या है, धातु रोग के लक्षण, कारण और घरेलू उपाय (Dhatu rog ka ilaj) क्या है । यह लेख Dhatu rog ka ilaj आपको कैसा लगा Comment करके अवश्य बताएं और Share भी करें ताकि किसी जरूरतमंद की मदद  हो सकें।

टिप्पणी :- 

इस आर्टिकल धातु रोग का (Dhatu rog ka ilaj) में लिखी गई तमाम जानकारियाँ सूचनात्मक उद्देश्य से लिखी गयी है। अतः किसी भी सुझाव या धातु रोग का इलाज  करने पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें  ।

 

3 thoughts on “Dhatu Rog ka Ilaj”

  1. इस लेख में बहुत अच्छी जानकारी दी गयी है । आप आगे भी ऐसी जानकारी वाले लेख लिखते रहिए । ऐसी ज्ञानवर्धक जानकारी साझा करने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद

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